द फॉलोअप टीम, रांची:
भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने झारखंड की विधि-व्यवस्था पर बड़े सवाल उठाए हैं। कहा कि रांची के चान्हो में नाबालिग बच्ची के साथ नहीं बल्कि राज्य की विधि-व्यवस्था का बलात्कार हुआ है। इस घटना ने साबित कर दिया है कि राज्य की कानून- व्यवस्था ध्वस्त और हेमंत सरकार मस्त झारखंड की असली पहचान बन चुकी है। यहां सरकार नाम की कोई चीज ही नहीं है। कहना गलत नहीं होगा कि झारखंड सरकार ने पुलिस प्रशासन को विधि व्यवस्था को दुरुस्त करने की बजाय अवैध वसूली, जमीन कारोबार और विरोधी दल के नेताओं को झूठे मुकदमे में फंसाने का टेंडर दे रखा है।
अब कब कहियेगा झारखंड में जंगलराज
दीपक ने कहा कि अपराधियों के दु:साहस और मृतप्राय हो चुकी झारखंड की कानून व्यवस्था का इससे बड़ा उदाहरण और क्या हो सकता है कि इस घटना को दिन के उजाले में किसी सुनसान इलाके में नहीं बल्कि रांची- डालटंजगंज राष्ट्रीय राजमार्ग पर अंजाम दिया जाता है और सरकार और यहां की कागजी बहादुर पुलिस कुंभकर्णी निंद्रा में सोई हुई रह जाती है। अब बड़ा सवाल यह है कि राज्य की बहु-बेटी कहां सुरक्षित है ? झारखंड में जंगलराज नहीं कायम हुआ है तो यह क्या है ? साथ ही सवाल यह भी उठता है कि पिछले 2 वर्षों से अपराधियों का मनोबल आखिर इतना कैसे बढ़ता जा रहा है ? अपराधियों में कानून का भय पूरी तरह समाप्त हो चुका है। ऐसा लगता है झारखंड पूरी तरह भगवान भरोसे और अपराधियों के रहमोकरम पर चल रहा है। एक घटना घटती नहीं कि तब तक दूसरी घटना सामने आ जाती है। पार्टी मामले में संलिप्त दोषियों पर कठोरतम कार्रवाई की मांग करती है।
रामगढ के एसपीडीओ प्रकरण से झारखंड की छवि को धक्का
रामगढ के एसपीडीओ प्रकरण मामले को लेकर भी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने सरकार को आड़े हाथ लिया है। श्री प्रकाश ने कहा है कि रामगढ़ एसडीपीओ मामले से झारखंड की छवि धूमिल हुई है। जब रक्षक ही भक्षक बन जाए तो समझ लीजिए कि समाज का कोई तबका अब सुरक्षित नहीं है। एसपीडीओ पर उनके पत्नी द्वारा लिखित शिकायत किये जाने के बाद भी प्रशासन द्वारा कोई भी कार्रवाई नहीं करना शर्मनाक और दुखद है। राज्य सरकार को एसपीडीओ को अविलंब निलंबित कर आगे की कानूनी कार्यवाही करनी चाहिए।